*यहां लोग अपनी गलती नहीं मानते* *किसी को अपना कैसे मानेंगे…
यहाँ मेरा कोई अपना नहीं है….. . …..चलो अच्छा है कुछ ख़तरा नहीं है !!
“Shayad Ye Zamana Unhe Bhi Pujne Lage, Kuch Log Isi Khayal Se Patthar Ke Hone Lage..”
ना चंपा ना पारो आपना तो एक ही ऊसूल है हर लडकी पे लाईन मारो…
मैं क्यो #कहुँ की बात करो #मुझसे.. क्या उसे नही #पता कि कोई नही मेंरा #उसके सिवा
अपनी पहचान का तुझसे हवाला चाहु कितना पागल हूँ जो अँधेरे से उजाला चाहु
~Bare Sukoon Se Rukhsat To Kar Dia Us Ko, Phir Us K Baad, Muhabbat Ne Inteha Kar Di ..^
क्या पता था कि महोब्बत हो जायेगी,.?..हमे हमें तो बस तेरा? मुस्कुराना अच्छा लगा था.
खुदा कि बंदगी कुछ अधुरी रह गयी, तभी तेरे मेरे बीच ये दूरी रह गयी.
Muje hindime likhnaa hae
Hello
Nice
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